". wysiwyg Layout Change yourself

Change yourself

मैं टीचर हूं और यह मेरा छोटा सा ब्लॉग है जिसमें मैं आप सब लोगों के साथ में अपनी छोटी छोटी चीजों को शेयर करने आई हूं मैं भी आप सब की तरह सिंपल सी आमसी लड़की हूं पर मेरे कुछ सपने है छोटे छोटे से जिन्हें में हर हाल में पूरा करना चाहती हूं वैसे काफी समय तक तो मैं यही सोचती रही अपने लिए भी जिए तो क्या जिए जीना है तो दूसरों के लिए जियो फिर काफी टाइम बाद मुझे यह भी समझ में आया कि दूसरों के लिए जीना और दूसरों की मदद करना काफी हद तक तो सही है पर जहां बात आ जाती है सैक्रिफाइस की बलिदान की वह हर बार बलिदान मैं ही क्यों करूं यह जरूरी है कि हर बार नहीं अपने सपनों को दांव पर लगाओ क्यों कोई और नहीं मेरी जगह आपकी छोटी छोटी चीजों को अपनी छोटी-छोटी पसंद को बदल नहीं सकता हर बार मैं ही क्यों यह सोचकर चुप हो जाओ कि मेरे चुप रहने में ही सब की भर आई और रिश्तो में मिठास बनी रहेगी काफी सालों की इस सोच के बाद में मैंने यही पाया कि आप किसी के लिए अच्छे नहीं बन सकते हैं और अगर अब भी जाते हैं तो सिर्फ तब तक जब तक उन्हें यह लगता है कि आप उनके काम आ रहे हैं या आप उनके हां में हां मिला रहे हैं यह दुनिया ऐसी है ऐसे ही है यह दुनिया यहां किसी को यहां किसी को यहां सब की आदत यह होती है आप 10 अच्छे काम करिए और एक गलती कर दीजिए तो आपके वही सगी साथी आपके रिश्तेदार आपको एक उस गलती के लिए जिंदगी भर एहसास दिलाते रहेंगे कि आपने वह करा था और आपके बाकी के 9 काम जो आपने अच्छे हैं उनके साथ में खड़े थे वह तुरंत भूल जाएंगे ऐसे ही कई सारी बातों को अनुभव करने के बाद में मैंने पाया कि हम कितना भी अच्छे से अच्छा क्यों ना देर है हम कितना भी खुद को क्यों ना बदल ले आपसे कभी भी कोई हंड्रेड परसेंट संतुष्ट नहीं हो सकता है क्योंकि इंसान की फितरत होती है वह आपसे तब तक ही खुश होते हैं जब तक आप उनके मन के हैं फिर वह चाहे जो भी रिश्ता हो वैसे तो यह वाली बात सारे रिश्ते पर लागू नहीं होती है पर जिंदगी में कुछ ऐसे नए रिश्ते मिलते हैं हमें कभी-कभी जो हमसे और हम उनसे कुछ ज्यादा ही उम्मीद कर लेते हैं यह जानते हुए भी कि वह हमारी उम्मीदों पर खरे नहीं है और कभी-कभी तो ऐसे रिश्ते हैं मैं जीवन भर के लिए मिल जाते हैं जिसे इसका लड़कियों के साथ में ऐसा जरूर होता है उन्हें हमेशा दिखाया जाता है चुप रहो पलट के जवाब मत दो यह नहीं करना है वह नहीं करना है ऐसे कपड़े नहीं पहने हैं वहां नहीं जाना है यह वाला काम लड़कियों के लिए नहीं बना है ऐसा कौन सा काम है आज के जमाने में मैं जमाने के नाम पर यह नहीं कह रही हूं कि हम अपनी संस्कृति को भूल जाए यह भी है सब की लाइफ में खुद के कुछ नहीं होने चाहिए जो खुद के बनाए हुए हो अरे भगवान और उसको भी हम दूसरों के हिसाब से चलाते हैं और वह भी तब जब हमें यह पता चल चुका है उनके हिसाब चलाते-चलाते भी हमें कुछ नहीं मिलने वाला है मेरी लाइफ है मेरी जिंदगी है तो नियम भी भी मेरे बनाए हुए होंगे कब तक मैं सब से पूछते फिर हूं यह बना लूं यह पहन लूं वह खा लूं आज मुझे वहां जाना है आज मैं वहां जाना चाहती हूं क्या है यह सब कुछ क्या लड़कियों को इतनी भी आजादी नहीं कि वह अपने चार काम अपने मन से कर सके हैं हमारी दुनिया मेरा यह ब्लॉग स्पेशली और लेडीस ओं के लिए है जिन्होंने अपनी आधी जिंदगी तो जी हां जी हां क्या बनाऊं कैसे करूं इसमें गुजार दी है मैं उनसे एक बात तो जरूर करूंगी मैं कह रही हूं कि आप अपने घर को छोड़ दीजिए अपनी फैमिली को छोड़ दीजिए आप घर में लड़ाई करें और हां आप अपने लिए भेजए

 अगला जन्म कुछ नहीं होता यार क्या है अगला जन्म किसने देखा है हम क्या बनने वाले हैं कौन सा जानवर बनने वाले भगवान ने जो मैं आज बनाकर भेजा है खूबसूरत जिंदगी दी है उसको आज नहीं तो कल जब हम उसको जीने के लायक नहीं रहेंगे तो सिर्फ हमें अफसोस होगा कि काश कि हमने अपने लिए भी स्टैंड लिया होता हमने अपने लिए भी कुछ सोचा होता यह कह कर कोई फायदा नहीं होता है अपने बच्चों से या अपनी फैमिली से कि हमने तुम्हारे लिए बलिदान दिए होते तो आज तुम यहां आओ बलिदान देना अच्छी चीज है पर अपनी जिंदगी को नहीं जीना बहुत गलत चीज है किस किताब में लिखा है कि सारे बलिदान से करेंगे घर की बहू करेगी मैं किसी एक परिवार की बात नहीं कर रही हूं यहां पर सारी बात हो रही है सारी उ न लेडी जो की बात हो रही है जो अपनी पूरी जिंदगी समर्पित कर देती हैं और बदले में उनको तूने किया क्या है का इनाम मिलता है क्यों एक लड़की से ही सारी उम्मीदें करी जाती है कि वह किसी दूसरे के घर में जाकर अपने आप को पूरी तरीके से बदल ले एक लड़की घर में रह रहे छह सदस्यों के अनुसार अपने आप को बदलने पर उस घर में रह रहे 6 सदस्य उस लड़की के हिसाब से अपनी कुछ आदत नहीं  बदल सकते हैं क्यों बदल सकते हैं और उससे भी अद्भुत बात तो यह है की लड़कियों को हमेशा यही बोला जाता है जब भी वह कुछ अच्छा करना चाहती है तो खुद के घर में होती हैं तो उनके मां-बाप बोलते हैं जब अपने घर जाना वहां जाकर यह काम करना और जब वहां पहुंच जाती हैं तो सुनने को मिलता है पराए घर की लड़की हो सही से रहो जी क्या बात होती है एक तरफ यह भी है कि आप पराया धन है पर आए घर से आई है पर आए घर की लड़की हो तुमको पराए घर जाना है और वहां पर जाने के बाद ही सुनने में आता है कि तुम्हारा घर नहीं है यहां पर कुछ नियम कानून है यहां पर तुमको उन्हीं नियम कानून के अनुसार ही चलना होगा अरे मेरा नहीं है तो मैं तो और स्वतंत्र होकर रहूंगी जब घर मेरा नहीं है तुम्हारी जिम्मेदारी है मेरी कैसे हुई जब घर मेरा नहीं है तो वहां के साफ-सफाई और भी और भी चीजों से संबंधित वह काम मेरे कैसे हुए सिर्फ उन्हें काम वाली चाहिए थी इसलिए मैं वहां पर हूं या उनके लड़के को एक खिलौना बहुत ही नफरत होती है ऐसे दोगले समाज से होती है जहां पर लड़कियों को एक कठपुतली बनाकर रखा हुआ है यह तुम्हारा घर नहीं है तुम पराया धन पराए घर से आई हो और उसके बावजूद उन्हें नहीं मिलता है उस पर आए घर में सम्मान फिर उम्मीदें होती है क्या होती है एक लड़की वहां पर सारे सदस्य को अपना माने बिल्कुल सही और पता है उससे भी बड़ा आश्चर्य कब होता है जो वह औरतें जो कहती है कि मैं तो अपनी बहू और बेटे में कुछ फर्क नहीं करती हूं वह सोच कर भी ऐसी नफरत होती है कि क्यों जब आपको बहू और बेटी में कोई फर्क नहीं है तो क्यों फर्क है सोच में क्यों उससे गलती हो गई है या उससे आज सब्जी में नमक ज्यादा हो गया तो उसको आप 10 दिन बोलते हैं कि तुमने यह काम बिगाड़ दिया था लेकिन बेटी ने कर दिया है तो उस बात को छुपा लिया जाता है हमारे समाज मुझे नफरत है ऐसे समाज से नफरत है ऐसे बनाए हुए नियमों से इसीलिए मैंने तो ठान लिया अब बारी आपकी है आप भी सोचे कि आपको अपनी पूरी जिंदगी जी हाजिर हूं शुरू में पता नहीं है या कुछ अपने लिए भी सोचना है मैंने तो सोच लिया है कि मुझे अपने बारे में सोचना है मैंने अपनी जिंदगी के काफी साल बर्बाद कर दिए पर मुझे जीना है कि कि भगवान एक जिंदगी चाहिए और वह मुझे खुल कर जी नहीं है और मैं बहुत खुश हूं कम से कम मुझे देर से ही सही यह बुद्धि तो अाई कि मुझे अपनी जिंदगी को अपने हिसाब से जीना चाहिए थैंक यू बाबा जी









Post a Comment

3 Comments

  1. Absolutely Right,we should live our life in our own ways and in our own rules,no body has right to rule over us... after all we only get one life😘

    ReplyDelete