शिक्षकों को ये कैसे हो सकता है।
मै अपने इस आज के ब्लॉग में मिलवाऊंगी अपने उन शिक्षकों से जिन्होंने हम सबको बड़े ही सलीके से संवारा और सहेजा
सबसे पहले मै आप सबकी शुक्रगुजार हूं कि आपने अपने कीमती विचारो को एक ऐसी माला के मोतियों के रूप में पिरो कर हम सबको दिया की जिस माला के दोनों सिरों पर आप सबका का आशीर्वाद है जो हम कभी टूटने और बिखरने नहीं देती है
सबसे पहले मै मेरी मां को धन्यवाद देती हूं कि उन्होंने मुझे इस धरती पर लाकर मुझे आप जैसे योग्य शिक्षकों के समक्ष आने का मौका दिया ।और धन्यवाद देती हूं भोलेनाथ जी का जो मेरे साथ हमेशा रहते है जिन्होंने कभी मेरे पिता और भाई के ना होने के बाद मुझे अकेले होने अहसास नहीं कराया
ये है मेरी सुरभि मैम मेरी मनोविज्ञान की टीचर सुरभि मैडम हमेशा अपना अलर्ट मोड़ ओन रखती है उनकी खासियत ही यही है कि उनकी नजरो से कोई बचा ही नहीं और याददाश तो बस,जैसे कोई चीज भूलती ही नहीं है मै आज भी वो दिन नहीं भूलती जब कॉलेज खतम होने के १० साल बाद जब मै साइकोलॉजी डिपार्टमेंट में पहुंची तो उन्होंने एक टक देखने के बाद ही पूछ लिया तुम यही पढ़ती थी ना , मै बहुत खुश हो गई की कोई ऐसा है जो अपने बच्चो को आज भी याद रखे हुए है इतनी भागदौड़ और व्यस्त दिनचर्या के बाद हम भी नहीं याद रखते कि कुछ महीने पहले हमें कौन मिला था,सुरभि मैम हमेशा हो सबको एक तराजू में रखती थी किसी के लिए ज्यादा और ना किसी के लिए कम और हमेशा ही अपनी क्लास में ध्यान का केंद्र रही है उन्होंने कभी भी बनावटी और दिखावे को तवाज्जो नहीं दी,ऐसी ही है मेरी सुरभि मैम❤️❤️❤️❤️
ये है मेरी मीनाक्षी मैम हमारी जब ये मैम अाई तो एक पल के लिए हम सबको लगा कि ये भी एक स्टूडेंट है और बाद में जब पता चला तो कि आप मनोविज्ञान पढ़ाने
अाई है तो हम सब में खलबली मच गई की पता नहीं कहीं गुस्से वाली तो नहीं होगी और ऊपर से जब टीचर इतनी सुन्दर हो तो मन में आता ही है कि कहीं एट्टीट्यूड ना दिखाए पर ऐसा कुछ नहीं हुआ मैडम ने बहुत ही कम समय में हम सबको अपना बना लिया मीनाक्षी मैम कि खासियत थी कि उनका चेहरा हमेशा ही हसता हुआ लगता था ,वो कभी गुस्से में दिखी नहीं और बहुत गुस्सा आने पर भी वो बेटा तुम लोग ठीक से करो चलो 😁😁😁😁ये उनके शब्द होते थे उन्होंने हम सबको ये सिखाया कि सफलता का कोई दूसरा विकल्प नहीं सिवाय मेहनत।
अब बात करती हूं राधा बाजपेई ,मैडम इनका तो मै जितना शुक्रिया करू कम है मैडम ने मुझे हमेशा inspiré किया राधा मैडम हमारी chemestry की टीचर थी मुझे याद है कैसे में राधा मैडम के लिए एक विरोधी स्टूडेंट बन गई थी पर समय रहते उन्होंने जान लिया कि जब उनकी इस शिस्या ने झूठ नहीं बोल तो वो डरे भी क्यों,आज भी वो हमेशा मुझे यही कहती है कि हमेशा पहले के तरह सच और सही कि राह पर चलना लोग साथ छोड़ेगे पर मूर्खो कि टोली इकट्ठा करने से बेहतर तुम अकेले चलना पूनम और उनकी ये सीख मुझे हमेशा याद रहती है कि आप अपने अच्छे रस्तो को कभी भी किसी का पूरक मत बनाना क्योंकि जो सफलता और ऊंचाई हम मेहनत करके मिलती है वो खुद को गिरा कर कभी नहीं मिलती।
मैम मै आपकी और मेरे सारे शिक्षकों कि दिन से शुक्रगुजार हूं।
ईश्वर करे मेरे सारे शिक्षक स्वस्थ और खुशहाल रहे जिन्होंने हम कभी भी विपरीत मार्ग नहीं दिखाया उनके मार्ग में कभी भी कोई परेशानी ना आए
Happy teacher's day ❤️❤️❤️❤️❤️
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