". wysiwyg Layout My father my superhero...

My father my superhero...





कुछ ऐसी ही थी मै जब पापा थे निडर किसी से डर नहीं था डरती अभी भी नहीं हूं 

बस अंदर से कमजोर हो गई हूं,जाहिर है किसी भी बेटी के पिता उसके हीरो होते है, मेरे भी थे मेरे सबसे अच्छे दोस्त शुभचिंतक और किसी भी स्थिति में यही कहने वाले कि ये तो तुम यूं कर लोगी,वही थे जो कभी नहीं बोले कि ये और तुम,,,,,,,,,,,,,,

वो पापा ही थे जो मेरे चेहरे को देख कर समझ लेते थे कि आज बिटिया को क्या चाइए वो मेरे पापा ही थे जिन्होंने कभी भी अपने बड़े अफसर होने पर भी ये नहीं कहा कि मेहनत नहीं करो,ये तो मै करा दूंगा मुझे आज भी याद है वो दिन जब एक गुड़िया दिलाने के लिए पापा अपनी ड्यूटी से छुट्टी लेकर आ गए थे 

पूरे २४ घंटे के सफर के बाद , और उसके बाद मम्मी कि खूब सारी डाट भी खाई उनने पर उनको तो अपनी गुड़िया को गुड़िया दिलानी थी.........🤗

एक पापा ही थे जिनसे मै रोज सुबह बात करती थी ।

और किसी भी काम के लिए जाने के पहले उनको फोन जरूर करती थी,और पापा बड़े प्यार से कहते आराम से जाओ और किसी से नहीं डरना नहीं मै हूं ना,😊

वो पापा ही थे जो दस रुपए मांगने पर कह देते थे ये लो सौ पर, अपनी मम्मी को नहीं बोलना अपनी ड्यूटी से आते ही एक चॉकलेट और चिप्स निकलते हुए मुझे बुलाते आ जाओ और कभी कभी कह देते आज नहीं मिला कुछ भी,

फिर अचानक मुझे वो सारी चीजे देकर मेरे चेहरे पर अाई खुशी को देखकर हस देते .......?क्यों नहीं हो आप? मुझे याद है कैसे हॉस्पिटल के आईसीयू , में होने के बाद अपने मुझे बाहर से झांकते देख उंगली से इशारा करके बुलाया था,और कहा था।

 मुझे ठंड लग रही है........जिन्होंने जीवन के कई साल मेरे स्कूल के रिपोर्ट कार्ड पर अपने शाइन किए वो कैसा मनहूस सा दिन था, कि मुझे आपके हॉस्पिटल पेपर्स पर करने पढ़ रहे थे

 मेरा मन कितना डर रहा था और हाथ लगातार कांप रहे थे जैसे मेरे हाथो में बर्फ रखी है और वो बूंद बूंद करके मेरे हाथो से निकलती है रही है, अजीब सी उलझन और बैचैनी के साथ में कैसे रात के २.३० पर आईसीयू के बाहर सीढ़ियों पर बैठ कर आपको दूर जाते देख रही थी

काश कि मै ,कुछ कर पाती 


आप नहीं हो पर आपकी बाते हमेशा साथ है,आप बोलते थे कभी भी हार नहीं मानना कैसे भी हालत हो,अपना विश्वास कभी नहीं कमजोर करना ,फिर आप कहते थे 

क्योंकि ,

मन के हारे हार है और मन के जीते जीत,


 मै अब कभी भी निराश नहीं होती अब आपकी बेटी को कोई नहीं निराश कर सकता मैंने भी बदल लिया है

 खुद को जैसा आप चाहते थे,,,आई मिस यू पापा 🙎


जाना तो सबको होता है जानती हूं मै पर थोड़ा रुकना था ना ,आप होते तो शायद और खुश होते ये पढकर ,पर फिलहाल ये वो पढे जिन्हें लगता है उनके ना होने से मै कमजोर हो गई हूं।

 

उनके लिए बस इतना ही कहूंगी की मै शांत हूं समंदर की तरह रहने दो।

बाकी मेरे भोलेनाथ है मेरे साथ हमेशा मेरे पिता के रूप में

जय बाबा भोलेनाथ






























Post a Comment

3 Comments