". wysiwyg Layout Modern parents vs desi parents😝

Modern parents vs desi parents😝

My life my rules....

मॉडर्न माता पिता 🤗🤗🤗🤗



 🎄🧸🧸🧸कुछ मा बाप बच्चों के गिरने पर या जरा सा लगने पर ऐसे प्रतिक्रिया देते है जैसे 🤥🤥🤥🤥 एले मेला बच्चा ,दुख रहा है क्या, बेटा बताओ इतनी ज्यादा लग गई मेरे बच्चे को 😢 बेटा तुम उठना नहीं बिल्कुल अब दर्द होगा,और चोट लगने के एक हफ्ते बाद भी पूछते है दर्द तो नहीं हो रहा ,और कितने प्यार से उन बच्चो से माता पिता पूछते है do you want anything ,don't move we will provide in your room🤥🤥🤥🤥 


और इतना ही नहीं क्या खाना है बेटा आपको, बच्चे बड़े प्यार से 🍕 पिज़्ज़ा ,बस कुछ ही समय में एक खरोच से घायल हुए बच्चे ने दबा कर पिज़्ज़ा खाया और मोबाइल में गेम खेलकर सो गए,यही नहीं स्कूल में भी एप्लिकेशन जा चुकी होती है कि मेरे बच्चे को इंजरी हुई है तो वो नहीं आयेगा,😒😒


और ये बच्चे जब कुछ तोड़ देते है या टूट जाता है तो उनकी मां लगी तो नहीं बेटा तुम ठीक हो ना कहकर बात खतम कर देती है


इन बच्चो के कपड़े गंदे होने पर उनकी मां कहती है जाओ बदल लो कपड़े ,और कुछ खा लो🤭🤭🤭


ये बच्चे जब भी दोस्तो के साथ आते है उनकी माए बड़े ही प्यार से जूस कोल्डड्रिंक और चीजों कि व्यवस्था करती है,🍧🌭🍔🥪🥤🥤🥤🥤


और तुम लोग बात करो कहकर चली भी जाती है इतना ही नहीं बीच में पूछ भी लेती है कुछ और चाइए क्या ?🤭


आजकल के बच्चो के माता पिता बच्चो के सुबह स्कूल के टाइम पर पर दर्द हो रहा बोलने पर तुरन्त दवा और डॉक्टर को व्यवस्था करते है 🧐🧐🧐




देसी माता पिता........................




ये थे मॉडर्न माता पिता और उनकी नाजुक संताने,और अब बात करते है कुछ 90s के बच्चों और उनके मा बाप की 🙄🙄🙄


बच्चा साइकिल चला रहा होता है और तभी सामने सड़क पर फैली बालू पर फिसल कर गिरता है,जैसे तैसे बच्चा पहुंचा , तो भला हिम्मत बच्चे की मां को बोल दे कि लग गई मेरे,लेकिन मा से नहीं बच पाओगे और तभी आवाज आती है तोड ली साइकिल मैंने पहले कहा था कि इसको मत दिलाओ ये चार दिन नहीं चलने देगा साइकिल ,मां को चोट कि नहीं साइकिल कि पड़ी है 


😢😢😢😣😣😣😣😣



चोट लगने के कुछ मिनटों बाद ही मा कि आवाज आतीी है 


एक बाल्टी पानीीी तो  ले आना ये  वही बच्चा है जो कुछ देर पहले बालू में साइकिल से तेजी से फिसला था और उसके घुटने और  कोहनी में बड़ीीी-बड़ी 

खरोचे अाई थी पर ये देसी मां थी जिसको पानी कि भी चिंता थी और पानी भरकर लाते हुए अपने लगड़ाते हुए बच्चे को देख कर कहना  इसमें गरम तेल लगाओ ठीक हो जाएगा और चिंता के नाम पर रात में सोने से पहले एक चम्मच में गुनगुने से भी ज्यादा गर्म तेल एक रूई के फाए से चोट पर छुआ ते हुए कहना और चलाओ साइकिल तोड़  लो अपने हाथ पैर 😒😒😒

बेचारा बच्चा,एक तो चोट ऊपर से गरम गरम तेल और उसमें भीगी हुई रूई 🤮🤮🤮😫 और उस पर भी मा यह  कह देती है अरे हां ये भी कोई चोट है भला ज़रा ज़रा सी खरोंचों को चोट नहीं बोला करो ये तो राजकाज है ठीक अब नाटक नहीं करो,


और भला मजाल है की चोट लगने के 4 दिन बाद बच्चा यह कह सके कि मुझे दर्द हो रहा है वरना मम्मी का गरम गरम भाषण शुरू हो जाएगा यह है हमारी देसी मां


 आगे की तरफ बढ़ते हैं इन बच्चों से तभी कोई कांच का बर्तन गलती से टूट जाए तो पीछे से एक बर्तन फेंक कर मारते हुए उनकी मां चिल्लाती है तोड़ दे तो सारे बर्तन घर के घर में एक भी कांच का बर्तन बचना नहीं चाहिए। बेचारा बच्चा कांच की टूटे हुए टुकड़े साफ करें या मम्मी के हाथों से खुद के टुकड़े टुकड़े होने से बचाएं 🤪🤪🤪🤪🤪



हमारी माए तो,

 मां पेट में दर्द हो रहा है और आज स्कूल नहीं जाना चाहती हूं यह कहने पर स्कूल के मास्टर जी को घर पर ही बुला लेती थी और फिर आगे का दृश्य आप खुद सोच लीजिए मास्टर जी घर से स्कूल को लेकर जाते थे और उस दिन के बाद से आप उन मास्टर  जी की नजरों मे


 पढ़ाई चोर, कामचोर, पढ़ाई से मन चुराने, वाला बच्चे के नाम से जाने पहचाने जाने लगते हैं और कभी गलती से बच्चा अपने कपड़े गंदे कर ले या उस पर कुछ लग जाए तो मां की बातें ऐसी औलाद मिली है तुमको तो कपड़े पहनाने ही नहीं चाहिए तुम तो बोरा पहनने लायक हो ।😤😤😤😤


और यह वही माताएं होती हैं जो बच्चे के किसी दोस्त के आ जाने पर अपने बच्चे की सारी कमियां बताना शुरू कर देती हैं और तो और उसके दोस्त को भी भाषण मिलना शुरू हो जाता है फिर वही दोस्त घर जाने के पहले सौ बार सोचता है क्योंकि यह वही मम्मी होती है जो बच्चे के दोस्त के आने पर घर पर बने सारे कमरों को छोड़कर उसी जगह पर बैठकर मटर छीलती है जहां उनका बच्चा अपने दोस्त से बातें कर रहा होता है 

🤓🤓🤓🤓🤓


यह मम्मीआ तो ट्यूशन पढ़ाने आए मास्टर को भी अकेला नहीं छोड़ती थी जितनी देर मास्टर जी ट्यूशन पढ़ाते थे इतनी देर मम्मी वहीं बैठ कर आलू मेथी काटती थी और बीच-बीच में मास्टर को बोल देती थी की ना प ढे तो कूट देना मैं कुछ नहीं कहूंगी 😢😢😢😢

मां तो सारी प्यारी होती है पर पहले कि माओ की बात अलग थी कुछ, उनका गुस्सा उनका प्यार उनका चिल्लाना और उनका दुलार,जो बना दिया वहीं खाना है पर उस खाने का पहला कौर मां के हाथ से खाना 🤗🤗🤗


मा कोई भी हो मॉर्डन देसी पर मां का दिल एक जैसा होता है,उनका प्यार उनका दुलार नहीं कम होता कभी बस थोड़े तरीके बदल गए है,वो आंचल नहीं होता अब मां का को पहले होता था , क्योंकि अब संतूर माए आ चुकी है 🥰🥰🥰🥰


लव यू मां 🥰












Post a Comment

1 Comments